Credit Score Kaise Badhaye In Hindi : सिबिल/क्रेडिट स्कोर को तेजी से 0 से 800+ तक बढ़ाने का आसान तरीका
क्रेडिट स्कोर के बारे में तो आप सब जानते होंगे आज हम क्रेडिट स्कोर के बारे में ही बात करेंगे। हर काम के लिए क्रेडिट स्कोर चाहिए होता है अगर आप कभी भी ऋण लेने के लिए बैंक गए होंगे तो आपको पता ही होगा कि ऋण के लिए क्रेडिट स्कोर की जरूरत होती है। अगर आप किसी एप्लिकेशन से ऋण लेना चाहते हैं तो भी आपका क्रेडिट स्कोर चेक किया जाता है। आज की इस पोस्ट में हम जानेंगे कि क्रेडिट स्कोर क्या है, क्रेडिट स्कोर काम कैसे करता है, क्रेडिट स्कोर चेक कैसे किया जाता है, क्रेडिट स्कोर किन गलतियों के कारण खराब होता है, क्रेडिट स्कोर को कैसे बढ़ाया जा सकता है। चलिए बिना किसी देरी के आज की इस पोस्ट को शुरू करते हैं और क्रेडिट स्कोर के बारे में जान लेते हैं।
क्रेडिट स्कोर (Credit Score) क्या है?
क्रेडिट स्कोर एक तीन अंकों का नंबर होता जो आपकी क्रेडिट योग्यता को दर्शाता है। जब आप कहीं से भी ऋण लेने की सोचते हैं तो सबसे पहले आपको यह ध्यान देना होगा कि आपका सिबिल स्कोर कितना है। सिबिल स्कोर 300 से 900 के बीच होता है। जब आप कहीं से लोन लेते हैं तो उस लोन को लेने के लिए आप सक्षम है या नहीं यह क्रेडिट स्कोर द्वारा निर्धारित किया जाता है। जब आप किसी बैंक से ऋण लेते हैं तो बैंक द्वारा आपके सारे दस्तावेज इकट्ठे किए जाते हैं और उसके आधार पर एक स्कोर निकाला जाता है जिसे क्रेडिट स्कोर कहा जाता है। क्रेडिट स्कोर चेक होता है जब आप किसी प्रकार का ऋण ले रहे हैं या कोई क्रेडिट कार्ड ले रहे हैं। जितना ज्यादा आपका क्रेडिट स्कोर होगा उतना ही जल्दी आपका काम पूरा हो जाएगा। अगर आपका क्रेडिट स्कोर 681 कम का क्रेडिट स्कोर खराब माना जाता है, 681 से 720 के स्कोर को सामान्य माना जाता है, 721 से 750 के स्कोर को निष्पक्ष माना जाता है, 751 से 780 के स्कोर को अच्छा माना जाता है और 780 से ऊपर के स्कोर को बहुत अच्छा माना जाता है। 750 से ऊपर आपका क्रेडिट स्कोर है तो आपको तुरंत ऋण मिल जाएगा और आप क्रेडिट कार्ड भी आसानी से ले सकते हैं इसलिए आपका क्रेडिट स्कोर 750 से ऊपर ही होना चाहिए।
क्रेडिट स्कोर (Credit Score) को कैसे चेक करें?
आज के समय में बहुत सारी ऐसी कंपनियां हैं जिनसे आप अपना क्रेडिट स्कोर चेक कर सकते हैं। बहुत सारी ऐसी वेबसाइट है जहां से आप क्रेडिट स्कोर चेक कर पाएंगे। आप क्रेडिट स्कोर UPI एप्लिकेशन से भी चेक कर सकते हैं। हम आपको बताते हैं कि आप PhonePe से अपना क्रेडिट स्कोर कैसे चेक कर सकते हैं क्योंकि PhonePe को हर कोई इस्तेमाल करता है। सबसे पहले आपको PhonePe पर जाना है और लोन वाले सेक्शन पर आ जाना है और सबसे ऊपर ही चेक नाव का बटन मिलेगा उस पर क्लिक कर देना है और कुछ आज्ञा मांगी जाएगी जिस पर टिक कर देना है। इसके बाद आपके सामने तीन कॉलम खुलेंगे जिसमें अपना पैन कार्ड नंबर, अपना नाम और जन्मतिथि भरना है और गेट माई क्रेडिट स्कोर पर क्लिक करना है और कुछ ही सेकंड में क्रेडिट स्कोर दिख जाएगा इस प्रकार आप अपने क्रेडिट स्कोर को आसानी से चेक कर सकते हैं।
पहली बार क्रेडिट स्कोर (Credit Score) कैसे बनाएं?
कई बार आप क्रेडिट स्कोर चेक करना चाहते हैं लेकिन किसी प्रकार का कोई क्रेडिट स्कोर नहीं दिखाया जाता ऐसा इसलिए होता है अगर आपने पहले कभी भी ऋण या क्रेडिट कार्ड नहीं लिया है तो आपकी कोई क्रेडिट हिस्ट्री नहीं होती इसलिए आपका क्रेडिट स्कोर नहीं होता। अगर आप अपना क्रेडिट स्कोर बनाना चाहते हैं तो आप किसी भी कंपनी के Pay Later का इस्तेमाल करके कोई भी सामान किस्त पर खरीद लिजिए और किस्त समय से भरते रहिए या फिर ऐसी बहुत सारी एप्लिकेशन है जिनसे आप छोटा मोटा ऋण ले सकते हैं और समय से पेमेंट करेंगे तो आपका क्रेडिट स्कोर बन जाएगा। अगर आप यह नहीं करना चाहते तो आप एफडी बेस पर क्रेडिट कार्ड ले सकते हैं इससे आपका अच्छा क्रेडिट स्कोर भी बनेगा और क्रेडिट कार्ड पर Cashback भी मिलेगा आप इस विकल्प को भी चुन सकते हैं और एक अच्छा क्रेडिट स्कोर बना सकते हैं।
- इसे भी पढ़े – One Score Cibil Score Kaise Check Kare App Free : बिना कागजात के वन स्कोर दे रहा पर्सनल लोन, ऐसे करना होगा आवेदन
क्रेडिट स्कोर (Credit Score) कैसे बढ़ाएं?
आपका क्रेडिट स्कोर चेक करने के लिए चार या पांच चीजें चेक की जाती है अगर आप इन सब चीजों को मेंटेन कर लेते हैं तो आपका क्रेडिट स्कोर बहुत जल्दी बढ़ जाएगा।
- सबसे पहले आपकी पेमेंट हिस्ट्री को चेक किया जाता है अगर आपने कहीं से ऋण लिया है या अपने क्रेडिट कार्ड के भुगतान को समय से चुका रहे हैं या नहीं अगर नहीं चुका रहे तो आपके क्रेडिट स्कोर पर बहुत बुरा असर पड़ेगा इसलिए अपने क्रेडिट स्कोर को बढ़ाने के लिए समय से भुगतान करना पड़ेगा।
- अगर आपके पास क्रेडिट कार्ड है चाहे वो किसी भी कंपनी का हो तो यह चेक किया जाता है कि जो क्रेडिट कार्ड की लिमिट आपको मिली है क्या आप उसका पूरा इस्तेमाल कर रहे हैं, अगर आप उस लिमिट का पूरा इस्तेमाल कर रहे हैं तो उन्हें लगता है कि आप सिर्फ क्रेडिट कार्ड पर डिपेंड करते हैं इसलिए कभी भी आपको उस लिमिट का पूरा इस्तेमाल नहीं करना है आपको उस लिमिट का सिर्फ 30% ही इस्तेमाल करना है।
- यह भी चेक किया जाता है कि आपके द्वारा लिया गया ऋण या क्रेडिट कार्ड सुरक्षित है या असुरक्षित है। सुरक्षित ऋण उसे कहा जाता है जब ऋण लेने के लिए आपको कोई गारंटी देनी पड़ती है और असुरक्षित ऋण उसे कहां जाता है जो सिर्फ आपको आपकी योग्यता के आधार पर मिलता है यानी आपकों कोई चीज गिरवी नहीं रखनी होती। सुरक्षित क्रेडिट कार्ड उसे कहा जाता है जब आप एफडी बेस पर क्रेडिट कार्ड लेते हैं और असुरक्षित क्रेडिट कार्ड उसे कहते हैं जब आपकी योग्यता के आधार पर क्रेडिट कार्ड मिलता है। इसलिए आपको ध्यान रखना हैं कि ऋण और क्रेडिट कार्ड सुरक्षित और असुरक्षित दोनों मिला जुलाकर लेने चाहिए। जब ऋण या क्रेडिट कार्ड की किस्त पर ब्याज नहीं लगता तो उसे लंबे समय के लिए लेना चाहिए।
- जब आप कहीं से बार बार मतलब बिल्कुल कम समय में ऋण या क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करते हैं तो सबसे पहले आपका क्रेडिट स्कोर चेक किया जाता है और बार बार क्रेडिट स्कोर चेक होने पर आपका क्रेडिट स्कोर कम हो जाता है इसलिए ध्यान रखना हैं कि ऋण के लिए आवेदन बार बार ना करें थोड़े समय के लिए रूकना है और फिर आवेदन करना है। जिससे आपके क्रेडिट स्कोर पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
निष्कर्ष
आज इस लेख में हमने सिर्फ क्रेडिट कार्ड के बारे में जानकारी प्राप्त की है। अगर आप कोई भी ऋण लेते हैं या क्रेडिट कार्ड लेते हैं तो सबसे पहले आपका क्रेडिट स्कोर चेक किया जाता है इसलिए आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा होना बहुत ज्यादा जरूरी है। अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा होगा तो जरूर पड़ने पर आपको तुरंत ऋण मिल जाएगा और आप जो चाहें वो क्रेडिट कार्ड ले सकते हैं। अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा होगा तो आपको काफी फायदा होगा अगर आपका क्रेडिट स्कोर खराब है तो आप उसे अच्छा कर सकते हैं जो हमने ऊपर बताया है। आज की इस पोस्ट में हमने जो कुछ भी जाना उम्मीद है आप समझ गए होंगे। आप अपना प्यार ऐसे ही बनाए रखियेगा मिलते हैं एक और ऐसी ही पोस्ट में।